सिगनल एवं दूरसंचार
सिगनल व्यवस्था रेलवे का महत्वपूर्ण स्तंभ है, जो गाड़ियों का स्टेशनों के बीच सुरक्षित रूप से पास होना सुनिश्चित करती है। यह एक ऐसा संचार व्यवस्था है जिसमें स्टेशन मास्टर लोको पायलटों को सूचित करता है कि क्या गाड़ी स्टेशन में प्रवेश/से प्रस्थान कर सकती है या नहीं अथवा जिस लाइन पर गाड़ी को अंदर ली जा रही है ताकि लोको पायलट स्टेशन होकर गुजरते समय गाड़ी की गति पर नियंत्रण रख सके।
यह एक प्रणाली भी है, जो गाड़ियों के संचालन के समय मानव भूलों को समाप्त करती है। पूर्ण रूप से सुरक्षित प्रचालन सुनिश्चित करने हेतु सिगनलिंग का डिजाइन और उपस्कर के विभिन्न प्रकार प्रयोग में लाए जाते हैं।
विभिन्न इलेक्ट्रिकल साधन जैसे ट्रैक सर्किट, लीवर लॉक, रिले, एक्सल काउंटर, डाटा-लॉग्गर, पेनल, कंटाक्टर्स, बैटरियों के विभिन्न प्रकार, चार्जर, जनरेटर, ब्लॉक उपकरण, सॉलिड स्टेट इंटरलॉकिंग उपकरण आदि को इस प्रकार एकीकृत किया जाता है कि जो संरक्षा को पूरी तरह सुनिश्चित करे।