
दक्षिण पश्चिम रेलवे बड़ी लाइन पर डीजल लोकोमोटिवों, कोचों और वैगनों का प्रचालन करती है। पैसेंजर और गूड्स के सुरक्षित तथा विश्वसनीय परिवहन उपलब्ध कराने हेतु यांत्रिक विभाग इन परिसंपत्तियों को अच्छी हालत में रखने का अनुरक्षण कार्य करता है।
यांत्रिक विभाग का प्रमुख का कार्य निम्न प्रकार हैं:
कोचों की आवधिक मरम्मत (पी.ओ.एच.), मध्यवर्ती मरम्मत (आई.ओ.एच.), कोचों का पुनरुद्धार, बी.वी.झड.आई. वैगनों का विनिर्माण तथा कारखानों में उत्पादन यूनिटों के लिए आवश्यक विभिन्न प्रकार की बोगियों का विनिर्माण।
पैसेंजर रेकों, गूड्स रेकों और मंडलों में अन्य विनिर्दिष्ट विभागीय गाड़ियों का प्राथमीकी अनुरक्षण।
डीजल शेडों में डीजल लोकोमोटिवों का निर्धारित अनुरक्षण।
लोकोमोटिवों, कोचों तथा वैगनों के अनुरक्षण करने हेतु दक्षिण पश्चिम रेलवे में
दो कारखाना हैं:
कैरेज वर्कशॉप, हुबली
सेंट्रल वर्कशॉप, मैसूर
दो डीजल लोकोमोटिव शेड हैं:
·डीजल लोकोमोटीव शेड, हुबली, हुबली मंडल में 01.04.2011 को कुल 172 लोकोमोटिवों के लिए स्थान है।
·डीजल लोकोमोटीव शेड, कृष्णराजपुरम, बेंगलूरु मंडल में 01.04.2011 को कुल 138 लोकोमोटिवों के लिए स्थान है।
·डीजल इलेक्ट्रिक मल्टिपल यूनिट (डी.ई.एम.यू.) के 3 रेक (प्रत्येक 8 कोच वाला) – बेंगलूरु मंडल।
निम्न स्थलों पर बड़ी लाइन कोचिंग अनुरक्षण के 6 डिपो हैं:
बेंगलूरु
यशवंतपुर
मैसूर
अरसीकेरे
हुबली
वास्को-द-गामा
निम्न स्थलों पर वैगन अनुरक्षण के 5 डिपो हैं:
हुबली, हुबली मंडल
होसपेट, हुबली मंडल
सैटलाइट गूड्स टर्मिनल, व्हाइटफील्ड, बेंगलूरु मंडल
हरिहर, मैसूर मंडल
मैसूर न्यू गूड्स टर्मिनल, मैसूर मंडल
*होसपेट में स्थित वैगन डिपो प्रति माह लगभग 200 बीओएक्सएन वैगनों का आरओएच करता है।