लक्ष्य * संरक्षा पहले और संरक्षा सदा - 24/7 * शून्य दुर्घटनाएं * संरक्षा निरीक्षण शत प्रतिशत। * सभी स्टेशनों पर निर्धारितानुसार शतप्रतिशत संरक्षा उपस्कर । * चालकोंऔर गार्डों के साथ शत प्रतिशत संरक्षा उपकरण । * साइट पर कार्य करते वक्त शत प्रतिशत संरक्षा सावधानियां । संरक्षा विभाग के कार्य * यह विभाग सभी विभागों द्वारा अपनाए गएसुरक्षित अनुरक्षण और परिचालन प्रथाओं को मॉनीटर करता है । * संरक्षित गाड़ी परिचालन को सुनिश्चित करने के लिए नियमित रूप से आकस्मिक जांच की जाती है। * संरक्षित गाड़ी परिचालन का जज़्बा क़ायम रखने के लिए कर्मचारियों को परामर्श देता है एवं शिक्षित करता है । * यह विभाग दुर्घटना से बचने के लिए रेल कर्मियों और जनसाधारण को शिक्षित करने हेतु संरक्षा परिपत्र, पोस्टर, बुलेटिन आदि तैयार करता है । * यह विभाग असामान्य घटनाओं की रोकथाम के लिए संरक्षा अभियान चलाता है । * इस विभाग द्वारा मानवरहित समपारों पर दुर्घटनाओं की रोकथाम हेतु जनता को प्रमुखतः परामर्श के द्वारा शिक्षित किया जाता है । * यह विभाग समय पर सभी विभागीय प्रणालियों केसभी स्तरों पर संरक्षा का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए आंतरिक रेलवे संरक्षा लेखा परीक्षा और अंतरा रेलवे संरक्षा लेखा-परीक्षा आयोजित करता है । * संरक्षा विभाग एक बहु विधा संपन्न विभाग है और यह विभाग भारतीय रेलवे पर संरक्षा सुनिश्चित करता है । *यह विभाग रेलवे बोर्ड द्वारा जारी सभी संरक्षा निर्देशों का कार्यान्वयन सुनिश्चित करता है। संरक्षा विभाग का एक विहंगावलोकन संरक्षा विभाग के पास सभी सम्बद्ध विभागों के साथ सक्रिय सहयोग और मॉनीटरिंग के द्वारा यात्रियों के संरक्षित आवाजही जैसे बड़े कार्य की जिम्मेदारी है ।यह सुनिश्चित करना संरक्षा परामर्शकार और अधिकारियों का परम कर्तव्य है कि संरक्षा के क्षेत्र में मैन्युअलों/ संहिताओं/ संयुक्त प्रक्रिया आदेश / कार्य प्रकृतियों के जरिएनिर्धारित व्यवस्थाओं का अनुपालन किया जा रहा है ।यदि निर्धारितप्रणालियों में नियमित तौर पर विचलनहो रहे हैं और प्रणालियों में बदहाली के लक्षण दिखाई देने लगें तो उसमें सुधार लाने के लिए ,समय रहते, संबंधित प्रमुख विभागाध्यक्षों/ मुख्य विभागाध्यक्षों को सूचित करना चाहिए। |